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श्रीराम की यह बात है कार्यक्षेत्र, रिश्तों व निजी जीवन की सफलता का गुर!

श्रीराम की यह बात है कार्यक्षेत्र ,  रिश्तों व निजी जीवन की सफलता का गुर! भारतीय संस्कृति में भगवान राम जन-जन के दिलों में बसते हैं। इसके पीछे मात्र धार्मिक कारण ही नहीं है ,  बल्कि श्रीराम चरित्र से जुड़े वह आदर्श व जीवन मूल्य हैं ,  जो मानवीय रूप में स्थापित किए गए। खासतौर पर श्रीराम के जीवन और आचरण से जुड़ी एक बात तो हर इंसान के लिए निजी ,  कार्यक्षेत्र व रिश्तों की सफलता व जीवन में ऊंचाईयों को छूने का अहम गुरु सिखाती है। कौन-सी है श्रीराम चरित्र से जुड़ी यह बात ,  जो जीवन की सफलता व ऊंचे पद तक पहुंचने में बेहद निर्णायक सिद्ध होती है ?  जानिए- पौराणिक मान्यताओं में श्रीराम भगवान विष्णु का सातवां अवतार हैं। भगवान का मानवीय रूप में यह अवतार इंसान को समाज में रहने के सूत्र भी सिखाता है। असल में भगवान श्रीराम ने इंसानी जिंदगी से जुड़ी हर तरह की मर्यादाओं और मूल्यों को स्थापित किया। श्रीराम ने अयोध्या के राजकुमार से राजा बनने तक अपने व्यवहार और आचरण में स्वयं मर्यादाओं का पालन किया। एक आम इंसान परिवार और समाज के बीच रहकर कैसे बोल ,  व्यवहार और आचरण को अपनाकर जीवन का सफर पूरा करे ,  यह सभ

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*टीवी  एड  का  असर :* * 1/- दस रू किलो टमाटर  लेकर ताजा चटनी खा सकते हैं  है मगर हम डेढ़ सौ रू किलो टमाटो साॅस खाते हैं वो भी  एक दो माह पहले बनी हुई बासी,* *2/- पहले हम एक दिन पुराना. घड़े का पानी नहीं पीते थे अब तीन माह पुराना बोतल का पानी बीस रू लीटर खरीद कर पी रहे हैं;* *3/ पचास रू लीटर का दूध हमे महंगा लगता हैं और सत्तर रू लीटर का दो महीने पहले बना हुआ कोल्ड ड्रिंक हम पी लेते हैं,*  *4/ दो सौ रू पाव मिलने वाला शरीर को ताकत देने वाला ड्राई फ्रुट हमे महंगा लगता है मगर 400 रू का मैदे से बना पीज्जा शान से खा रहे हैं;* *5/ अपनी रसोई का सुबह का खाना हम शाम को खाना पसंद नहीं करते जब कि कंपनियों के छह छह माह पुराने सामान सम खा रहे हैं जबकि हम जाते है कि खाने को सुरक्षित रखने के लिए उसमें कीटनाशक मिलाया जाता है,,* *6/ डेढ़ माह के लाक डाऊन मे सबको समझ आ गया होगा कि बाहर के खाने के बिना भी हमारा जीवन चल सकता हैं बल्कि बेहतर चल सकता है,*

कोरोना वाइरस एवं लोकडाउन के दौरान दिनचर्या कैसे होनी चाहिए।

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कोरोना वाइरस एवं लोकडाउन के दौरान दिनचर्या कैसे होनी चाहिए नमस्ते जय हिन्द मित्रो , सब ईश्वर की कृपा से अच्छे होंगे। आज मैं आपको बताऊँगा की कोरोना वाइरस के इस संकट की घड़ी मे आपकी दिनचर्या केसी होना चाहिए सबसे पहले तो हमे सुबह सूर्य उदय से पहले उठना होगा जिससे की हमारे शरीर मे शुद्ध वायु का प्रवेश हो सके ओर हम पूरे दिन तरोताजा महसूस कर सके तो चले आइए मैं आपको हमारी दिनचर्या के बारे मे विस्तार से बताता हु।  आप सुबह उठते 2 गिलास शुद्ध जल पीजिए जिससे की हमारे शरीर मे दिनभर जो हमने खाद्य पदार्थ ग्रहण किया था उसमे से जो अपशिष्ट पदार्थ है वह हमारे पेट ओर आंत  से पूर्णत: शोंच के माध्यम से निकल सके। उसके बाद अगर आप चाहे तो 1 गिलास हर्बल टी अथवा 1 कप अदरक की चाय भी पी सकते है। इस प्रक्रिया के बाद आपको नियमित कम से कम 3 मिनिट दौडना ओर सूर्य नमस्कार करना आवश्यक है जिससे आपके शरीर को बल मिल सके ओर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मे व्रद्धि हो सके अगर आप घर पर ही व्यायाम रस्सी कूदना जैसी गतिविधि करते है तो आपका शरीर एक सामान्य व्यक्ति के मुक़ाबले काफी स्वस्थ ओर बलवान रहेगा ।